जब कोई बात बिगड़ जाये, जब कोई मुश्किल पड जाये
तुम देना साथ मेरा, ओ हमनवाज
ना कोई हैं, ना कोई था, जिन्दगी में तुम्हारे सिवा
तुम देना साथ मेरा, ओ हमनवाज
हो चांदनी जब तक रात, देता हैं हर कोई साथ
तुम मगर अंधेरो में ना छोड़ना मेरा हाथ
जब कोई बात बिगड़ जाये
वफादारी की वो रस्मे, निभायेंगे हम तुम कस्मे
एक भी…